विचारों से निर्मित प्राणी I

विचारों से निर्मित प्राणी I

व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है.I

भगवान को खोजने

भगवान को खोजने

भला हम भगवान को खोजने कहाँ जा सकते हैं अगर उसे अपने ह्रदय और हर एक जीवित प्राणी में नहीं देख सकते.